चांद को देखकर मै शरमाने लगी क्योंकि उसमें तेरे अक्स को निहारने लगी। चांद को देखकर मै शरमाने लगी क्योंकि उसमें तेरे अक्स को निहारने लगी।
आधार से परिपूर्ण है सारनाथ के उपदेश, आज भी जीवित है बुद्ध के संदेश। आधार से परिपूर्ण है सारनाथ के उपदेश, आज भी जीवित है बुद्ध के संदेश।
इंसान इंसान नहीं रह गया, हर जगह महामारी का खौफ। इंसान इंसान नहीं रह गया, हर जगह महामारी का खौफ।
खुशी भी बहुत बड़ी दवाई है जो ना आए तो तबियत नासाज हो उठती है। खुशी भी बहुत बड़ी दवाई है जो ना आए तो तबियत नासाज हो उठती है।
उसे लगता है कि हम फिर बहक जायेंगे, उसके प्यार में उसके दीदार में बेखबर होकर। उसे लगता है कि हम फिर बहक जायेंगे, उसके प्यार में उसके दीदार में बेखबर होकर।